कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण ने तमिलनाडु को 15 अक्टूबर तक प्रत्येक दिन तीन हजार क्यूसेक कावेरी जल छोडने संबंधी कावेरी जल नियामक समिति द्वारा जारी आदेश को पालन करने का निर्देश दिया है। नई दिल्ली में आज हुई एक बैठक में प्राधिकरण ने 18 दिनों तक तय गुणवत्ता वाले जल को छोडने का निर्देश जारी किया।
प्राधिकरण के निर्देशों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप-मुख्यमंत्री डी0 के0 शिवकुमार ने कहा है कि वे कानून का दरवाजा खटखटायेंगे। उनका कहना है कि तमिलनाडु के लिए जल छोडने से कर्नाटक में खडी फसल और पेयजल के लिए जल की मांग खतरे में पडेगी।
कन्नड समर्थक और किसान संगठनों द्वारा बुलाया गया कर्नाटक बंद शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न हो गया। यह बंद तमिलनाडु को कावेरी नदी जल छोडने के विरूद्ध था। दुकानें और संस्थान, विद्यालय और कॉलेज, मॉल्स और सिनेमा हॉल, कैब्स और ऑटो रिक्शा आज बेंगलुरु और राज्य के अन्य हिस्सों में बंद रहे। कर्नाटक बंद के कारण कैम्पेगौडा अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज कई उड़ानें रद्द कर दी गई थी। लेकिन बेंगलूरू में सार्वजनिक परिवहन की बसें और मेट्रो रेल की आवाजाही सामान्य रही। पुलिस ने निषेधात्मक आदेश जारी किये थे और कई कन्नड समर्थक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। बेंगलुरु में कानून और व्यवस्था को कायम रखने के लिए 60 कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस बल और 40 कार प्लाटून्स तैनात किये गये थे।