केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की ओर से 80 बिंदुओं का आरोप पत्र जारी किया। श्री शाह ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार, अत्याचार, घोटाले के साथ ही धर्मांतरण के मामले और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं। श्री शाह ने कहा कि आने वाला चुनाव छत्तीसगढ़ के सुनहरे भविष्य का चुनाव है। जनता को तय करना है कि हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार करने वाली कांग्रेस सरकार चाहिए या विकास का मार्ग प्रशस्त करने वाली भाजपा सरकार। उन्होंने कहा कि जनता को यह भी तय करना है कि धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाली सरकार चाहिए या आदिवासी लोगों की संस्कृति की रक्षा करने वाली सरकार।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की न नीति साफ है और न ही नीयत। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद 2000 करोड़ रूपये से अधिक का शराब घोटाला किया है। श्री शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने हर घर तक शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने की योजना बनाई, लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार, इस योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं कर पा रही है।
श्री शाह ने कहा कि यूपीए सरकार ने 2004 से 2014 तक 10 वर्षों के दौरान छत्तीसगढ़ को जितनी राशि दी थी, उससे 4 गुना ज्यादा राशि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने बीते 9 वर्षों में प्रदेश को दी है। अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान महासमुंद जिले के सरायपाली में स्थित खेरमाल अर्जुंदा में हुए जनजातीय महासम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ को बनाया और संभाला है। उन्होंने कहा कि जनजातीय कल्याण के लिए केन्द्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। श्री शाह ने कहा कि आदिवासियों का समावेशी विकास केन्द्र सरकार की नीति है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के कल्याण के लिए केन्द्र सरकार ने बजट बढ़ाने का काम किया।