केन्द्रीय मंत्री डॉ. जीतेन्द्र ने आज कहा कि भारत चिकित्सा प्रौद्योगिकी और उपकरण का वैश्विक केन्द्र बनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि देश में चिकित्सा उपकरण बाजार मौजूदा समय में ग्यारह अरब डॉलर का है जो वर्ष 2050 तक अनुमानित पचास अरब डॉलर का होगा। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल प्रौद्योगिकी के आठवें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत विश्व के पांच शीर्ष चिकित्सा उपकरण विनिर्माताओं में शामिल है। भारत में निर्मित उच्च तकनीक युक्त चिकित्सा उपकरण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी है। इस सम्मेलन का आयोजन मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य देखभाल संगठनों के एक समूह ने किया है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अगले पच्चीस साल में अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारत की हिस्सेदारी मौजूदा डेढ़ प्रतिशत से दस से बारह प्रतिशत तक बढने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति 2023 और चिकित्सा उपकरण निर्यात संवर्धन परिषद का उद्देश्य भारत को चिकित्सा उपकरण विनिर्माण का केन्द्र बनाना है।