बच्चों में कुपोषण और खून की कमी को दूर करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ में इन दिनों राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विशेष अभियान चलाया जा रहा है। 30 सितंबर तक चलने वाले अभियान के तहत इस बार संपूर्ण स्तनपान और ऊपरी आहार के जरिए बच्चों में कुपोषण और खून की कमी दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस अभियान में अधिक से अधिक बच्चों और शिशुवती माताओं को जोड़ने के लिए स्वस्थ बालक स्पर्धा, पोषण भी-पढ़ाई भी और मिशन लाईफ जैसी गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसके साथ ही मेरी माटी मेरा देश, जनजातीय केन्द्रित पोषण संवेदना और प्रबंधन पर आधारित गतिविधियां भी हो रही हैं।
राष्ट्रीय पोषण माह के साथ ही इन दिनों प्रदेश की आगनबाड़ियों में वजन त्यौहार भी मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत बच्चों के वजन में बढ़ोत्तरी को मापने के साथ ही सामुदायिक जागरूकता का कार्य भी किया जा रहा है। वजन त्यौहार के दौरान लिए गए बच्चों के वजन सहित अन्य विवरण को महिला और बाल विकास विभाग के मोबाइल ऐप पर दर्ज किया जा रहा है। इसी तरह, पोषण माह के दौरान सुपोषण चौपाल, अन्नप्राशन दिवस, परिवार चौपाल, पोषण मेला, व्यंजन प्रदर्शन जैसे आयोजन पंचायत और शहरी क्षेत्रों में किए जा रहे हैं। पोषण के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए स्कूलों में नारा लेखन, निबंध, चित्रकला और दीवार लेखन, स्पर्धाएं आयोजित की जा रही हैं। साथ ही स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा रहा है। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत ग्राम पंचायत के सहयोग से आंगनबाड़ी केंद्रों और शालाओं में पोषण वाटिका भी विकसित की जा रही है।