केन्द्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने कहा है कि छात्रों को बदलते समय के साथ नई चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए। श्री प्रधान आज पुणे में गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिकल साइंस एण्ड इकोनॉमिक्स के 29वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने युवाओं से अपील की कि ऐसे समय में जबकि अगले पच्चीस वर्षों में भारत दुनिया की एक सबसे बडी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, वे देश के विकास में अपना योगदान दें।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में अर्टिफिशियल इंटेलिजेंट और मशीन लर्निंग जैसी तकनीक तेजी से विकसित हो रही है। अर्टिफिशियल इंटेलिजेंट ने आंकडों के इस्तेमाल को आसान बना दिया है। छात्रों को ये नई तकनीक अपनाते हुए अपना क्षेत्र चुनना चाहिए। बाद में संवाददाताओं से बातचीत में श्री प्रधान ने कहा कि नई शिक्षा नीति में बाल वाटिका जैसी पहल भी की गई है। जल्द ही इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा।