बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण द्वारा देवगुड़ियों और मातागुड़ियों को संरक्षित तथा संवर्धित करने की दिशा में विशेष पहल करते हुए इनका जीर्णोद्धार करने के साथ ही उन्हें संवारने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत देवगुड़ियों और मातागुड़ियों को लिपिबद्ध किया जा रहा हैं। वहीं, 3400 से अधिक देवगुड़ियों और मातागुड़ियों को सामुदायिक वनाधिकार प्रदान किया गया है। इसके अलावा 6400 से अधिक एकड़ भूमि देवगुड़ी और मातागुड़ी के नाम से संरक्षित की गई है। इन धरोहरों के संरक्षण और संवर्धन के लिए स्थानीय जनजातीय समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित भी की जा रही है।
neww | October 6, 2023 8:24 PM | Chhattisgarh
देवगुड़ियों और मातागुड़ियों को संरक्षित करने की दिशा में विशेष पहल करते हुए इनका जीर्णोद्धार करने के साथ ही उन्हें संवारने का प्रयास किया जा रहा है
