निर्वाचन आयोग ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, तेलंगाना और मिजोरम में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आज सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पर्यवेक्षकों से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए समन्वय के साथ काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी के लिए समान अवसर उपलब्ध होने चाहिए।
चुनाव आयुक्त अनूप चन्द्र पांडे ने कहा कि चुनाव केवल नाम के लिए ही नहीं बल्कि वास्तव में निष्पक्ष होने चाहिए। उन्होंने पर्यवेक्षकों से सोशल मीडिया पर नजर रखने और सुधारात्मक कार्रवाई करने को कहा।
चुनाव आयुक्त अरूण गोयल ने पर्यवेक्षकों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनका काम कायदे के अनुसार हो। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षक निर्वाचन आयोग के आंख और कान होते हैं तथा उन्हें शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
वरिष्ठ चुनाव उपायुक्तों, चुनाव उपायुक्तों तथा महानिदेशकों ने भी पर्यवेक्षकों को ई वी एम, मतदाता सूची, आदर्श आचार संहिता, खर्च, कानूनी प्रावधान जैसे चुनाव से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों के बारे में जानकारी दी। लगभग एक हजार 180 अधिकारियों ने विभिन्न सत्रों में भाग लिया। भारतीय प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा, राजस्व सेवा तथा अन्य लेखा सेवाओं के अधिकारियों को पर्यवेक्षकों के रूप में तैनात किया जाता है।