पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि भारत एक मॉडल निवेश गंतव्य बन गया है। आगामी ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 से पहले एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सोनोवाल ने कहा कि केंद्र द्वारा की गई विभिन्न पहलों, विशेषकर सागरमाला परियोजना के कारण पिछले दशक में भारतीय बंदरगाहों की दक्षता और माल लदान क्षमता कई गुना बढ़ गई है।
ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 के तीसरे संस्करण के बारे में श्री सोनोवाल ने कहा कि इस सम्मेलन में 40 से अधिक देश भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि करीब तीन सौ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है जिससे करीब दस लाख करोड़ रुपये का निवेश और 15 लाख रोजगार सृजन होगा। श्री सोनोवाल ने कहा कि भारत का दृष्टिकोण नीली अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना, हरित बंदरगाहों के विकास को प्रोत्साहित करना, टिकाऊ बुनियादी ढांचे, क्रूज पर्यटन और समुद्री उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए वैश्विक निवेश आकर्षित करना है। ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट, 17 से 19 अक्टूबर तक मुंबई में आयोजित होगा। श्री सोनोवाल ने कहा कि जीएमआईएस-2023 के प्रत्येक सत्र को "एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य" के दृष्टिकोण के अनुरूप, वैश्विक समुद्री मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। शिखर सम्मेलन के लिए कई क्षेत्रों की पहचान की गई है, जिन पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। इनमें शामिल हैं-भविष्य के बंदरगाह, कार्बन उत्सर्जन का स्तर कम करना, तटीय नौवहन और अंतर्देशीय जल परिवहन, जहाज निर्माण, मरम्मत और पुनर्चक्रण, वित्त, बीमा और मध्यस्थता, नवाचार और प्रौद्योगिकी, समुद्री सुरक्षा और समुद्री पर्यटन आदि शामिल हैं।
इस शिखर सम्मेलन में डेढ सौ से अधिक प्रदर्शक हिस्सा लेंगे जिनमें सरकारी संगठनों के साथ-साथ घरेलू और वैश्विक कंपनियां शामिल है। पचास हजार से अधिक दर्शकों और प्रतिनिधियों के इसमें भाग लेने की उम्मीद है। यह आयोजन कई मंचों पर वैश्विक समुद्री कारोबार से जुडे लोग और संगठन, नीति निर्माताओं, नियामकों और समुद्री क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक साथ लाएगा।
neww | October 9, 2023 5:45 PM | सर्बानंद सोनोवाल
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि भारत एक मॉडल निवेश गंतव्य बन गया
