प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ का वर्चुअल माध्यम से सीधा प्रसारण देखने के लिए आज बेंगलुरु के नीमहंस कन्वेंशन सेंटर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे मुख्य अतिथि थीं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में विश्वकर्मा समाज द्वारा किए गए पारंपरिक कार्यों को तकनीकी सहायता प्रदान करना प्रधानमंत्री की परिकल्पना के मद्देजनर इस योजना की शुरुआत हुई। उन्होंने विश्वकर्मा समाज के लोगों से योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने को कहा।
कर्नाटक में यह योजना बेंगलुरु के अलावा दो अन्य जिलों मैंगलोर और हुबली में भी वर्चुअली शुरू की गई। मैंगलोर में, केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला और हुबली में केंद्रीय कौशल विकास, उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
केंद्र सरकार पीएम विश्वकर्मा योजना को 13 हजार करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ पूरी तरह से वित्त पोषित करेगी। पीएम विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों तथा सेवाओं की पहुंच बढाने के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करना है।
यह योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी। पीएम विश्वकर्मा के दायरे में अठारह पारंपरिक शिल्पों को लाया जाएगा।