बिहार में जाति आधारित सर्वेक्षण के दूसरे भाग की रिपोर्ट विधानसभा के शीतकालीन सत्र में रखी जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल पटना में सर्वदलीय बैठक में यह जानकारी दी।
यह रिपोर्ट आबादी की सामाजिक-आर्थिक स्थिति से जुड़े आंकड़े प्रस्तुत करता है। बिहार सरकार ने सोमवार को इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी की थी, जिसके अनुसार राज्य की जनसांख्यिकी में विभिन्न जातियों का प्रतिनिधित्व स्पष्ट किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार बिहार की जनसांख्यिकी में 36 प्रतिशत से अधिक हिस्सा अत्यधिक पिछडे वर्गों का है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सभी नागरिकों के हित में काम करेगी और सभी दलों से परामर्श के बाद नीतियां जारी करेगी।