राज्य में छत्तीसगढ़ी भाषा के साथ ही आदिवासी बोलियों को पहली से पांचवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में एक विषय के रूप में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह बात राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद-एससीईआरटी के संचालक राजेश सिंह राणा ने रायपुर में हुई कार्यशाला में कही। उन्होंने बताया कि एससीईआरटी ने छत्तीसगढ़ी भाषा और गोण्डी बोली में प्राथमिक कक्षाओं की पाठ्य-पुस्तकें तैयार करने के लिए प्रारंभिक तैयारी शुरू कर दी है। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त संचालक जयप्रकाश रथ ने कहा कि मातृभाषा या स्थानीय बोली में प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध होने से बच्चों को विषय का ज्ञान देना सरल हो जाता है। कार्यशाला को भाषाविद् डॉक्टर चितरंजन कर और महेंद्र मिश्रा ने भी संबोधित किया।
neww | October 5, 2023 8:59 PM
राज्य में आदिवासी बोलियों को पहली से पांचवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल करने के प्रयास जारी
