रंगारंग समारोह और मनमोहक आतिशबाजी के साथ चीन में हांगचोओ एशियाई खेल समपन्न हो गये। हॉकी टीम के गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश ने भारतीय तिरंगा लेकर मैदान में प्रवेश किया। एशियाई ओलंपिक समिति के कार्यकारी अध्यक्ष राजा रणधीर सिंह ने इन खेलों के औपचारिक समापन की घोषणा की। अगले एशियाई खेल वर्ष 2026 में जापान के नागोया में होंगे। इन खेलों में भारत 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य सहित कुल 107 पदक जीतकर चौथे स्थान पर रहा।
भारत ने खेलों के चौदहवें दिन कल 6 स्वर्ण, 4 रजत और 2 कांस्य पदक सहित कुल 12 पदक जीते। भारत को ऐतिहासिक 100वां मेडल महिला कबड्डी में स्वर्ण पदक के रूप में मिला।
देश को सबसे अधिक 29 पदक एथलेटिक्स में मिले हैं। भाला फेक स्पर्धा में नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण और किशोर कुमार जेना ने रजत पदक जीता। निशानेबाजी में भारत ने सात स्वर्ण सहित 22 पदक जीते। भारतीय क्रिकेट और कबड्डी टीमों ने भी स्वर्ण पदक हासिल किए। पुरुष हॉकी में भारत ने स्वर्ण पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल किया। महिला हॉकी टीम को कांस्य पदक मिला।
बैडमिंटन में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने पहली बार पुरूष डबल्स का स्वर्ण पदक जीता। टेनिस में रोहन बोपन्ना और ऋतुजा भोसले ने मिक्स्ड डबल्स का स्वर्ण पदक जीता।
स्क्वाश में दीपिका पल्लीकल और हरिंदर पाल सिंह संधू ने एशियाई खेलों के इतिहास में पहली बार मिक्स्ड डबल्स का स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
तीरंदाजी में भारत ने 9 पदक हासिल किए। ज्योति सुरेखा वेन्नम ने एशियाई खेलों का रिकॉर्ड बनाते हुए महिला कंपांउड का स्वर्ण पदक जीता। भारत ने 41 वर्षों में पहली बार घुड़सवारी में स्वर्ण पदक हासिल किया।
मुक्केबाजी में लवलीना बोरगोहाई ने रजत पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक का कोटा स्थान हासिल किया। साथ ही निकहत जरीन, प्रीति पवार तथा परवीन हुड्डा ने भी ओलंपिक कोटा हासिल किए। गोल्फ में अदिति अशोक ने पहली बार रजत पदक जीता।
पुरुषों की फ्रीस्टाइल कुश्ती में दीपक पुनिया को रजत पदक मिला है। शतरंज में भारतीय पुरूष और महिला टीमों ने भी रजत पदक जीते।